NEET फेल छात्र किन देशों से कर सकते हैं MBBS कोर्स, भारत में कैसे मिलेगा डॉक्टरी का लाइसेंस, जानें नियम

जो स्टूडेंट्स NEET क्वालिफाई नहीं कर पाए, उनके पास विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने का ऑप्शन है। बांग्लादेश, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, फिलीपींस ऐसे देश हैं, जहां डॉक्टरी की पढ़ाई का खर्चा भारत से सस्ता है।

MBBS : देश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस समेत विभिन्न मेडिकल कोर्सेज के लिए नीट यूजी काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। जो छात्र नीट क्वालिफाइंग मार्क्स पाने में सफल रहे, वे काउंसलिंग में हिस्सा ले सकेंगे। और जो स्टूडेंट्स नीट क्वालिफाई नहीं कर पाए, उनके पास विदेश से मेडिकल की पढ़ाई ( Study MBBS Abroad ) करने का ऑप्शन है। बांग्लादेश, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, फिलीपींस ऐसे देश हैं, जहां डॉक्टरी की पढ़ाई का खर्चा भारत से सस्ता है। रूस, अमेरिका, चीन, पोलैंड जैसे देशों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिज हैं। यहां जायज पैकेज में डॉक्टरी की पढ़ाई की जा सकती है। 

रूस
मेडिकल स्टडीज के लिए रूस सिर्फ भारत ही नहीं, अन्य कई देशों के स्टूडेंट्स की पसंद रहा है। दरअसल रूस की सरकार मेडिकल की पढ़ाई पर भारी सब्सिडी देती है। रूस में कई प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज हैं। कजान फेडरल यूनिवर्सिटी, बशकिर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, अल्ताई स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी यहां के मशहूर मेडिकल कॉलेज हैं। 

चीन
चीन में 45 ऐसे मेडिकल इंस्टीट्यूट्स हैं जो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) से अप्रूव्ड हैं। यहां एमबीबीएस करने के लिए यहां कुनमिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी, चाइना मेडिकल यूनिवर्सिटी, नानजिंग मेडिकल कॉलेज और झेंग्झौ विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान हैं।

नेपाल 
पड़ोसी मुल्क नेपाल में भी मेडिकल एजुकेशन का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी अच्छा है। यहां मेडिकल की पढ़ाई, रहने खाने का खर्च भारत के प्राइवेट कॉलेजों की तुलना में काफी कम है। यहां नेशनल मेडिकल कॉलेज, नोबेल मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सल कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, और चितवन मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की डिग्री पाने के लिए अच्छे ऑप्शन हैं। 

बांग्लादेश
पड़ोसी देश बांग्लादेश भी धीरे-धीरे भारतीय मेडिकल छात्रों की पसंद बन रहा है। बांग्लादेश में प्रसिद्ध मेडिकल कॉलेज हैं- बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज, एशियन मेडिकल कॉलेज और बीजीसी ट्रस्ट मेडिकल कॉलेज। 

कजाखस्तान
यहां भी अधिकांश मेडिकल कॉलेजों में किफायती फीस पर डॉक्टरी की पढ़ाई होती है। एमबीबीएस करने के यहां के मशहूर संस्थान हैं- साउथ कजाकिस्तान मेडिकल एकेडमी, कजाख नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी, अस्ताना मेडिकल यूनिवर्सिटी और अल फराबी कजाख यूनिवर्सिटी।


भारत में डॉक्टरी करने के लिए देना होगा एग्जाम
विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करके अगर भारत में डॉक्टरी करनी है, तो इसके लिए एफएमजीई नाम की परीक्षा देनी होती है।  फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन (FMGE) परीक्षा पास करके ही भारत में डॉक्टरी का लाइसेंस मिलता है। इस टेस्ट को पास करना काफी कठिन होता है। टेस्ट एक बार में पास करने की दर 20 फीसदी से कम पाई गई है। भारत सरकार का प्लान आने वाले कुछेक सालों में एफएमजीई परीक्षा को खत्म कर नेक्स्ट ( National Exit Test - NExT ) परीक्षा शुरू करने का है। इसके अमल में आने के बाद भारत में डॉक्टरी करने का लाइसेंस हासिल करने के लिए यह परीक्षा पास करना (भारत में और विदेश से एमबीबीएस करने वाले दोनों तरह के छात्रों के लिए) जरूरी होगा।

विदेश से MBBS कर रहे हैं तो एनएमसी की इन गाइडलाइंस को ध्यान रखना जरूरी
- 54 महीने की पढ़ाई हो और 12 महीने की इंटर्नशिप की अनिवार्यता। 
- जॉइनिंग के 10 सालों के भीतर कोर्स पूरा हो जाना चाहिए।
- माध्यम भी अंग्रेजी होना चाहिए।
- जिस देश की यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई की है, उसी देश में इंटर्नशिप और एग्जाम पूरी करने होंगे।

Can I do MBBS without NEET?
Medical Aspirants can easily get medical admission without NEET. This enables the students to not waste their one year of their time to pursue their medical career. The final 2-year of MD~MBBS in LAU is the clinical training program.

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